August 31, 2020

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History-and-mythology Society

पितृ व्रत (महालय)

शास्त्रों में मनुष्य के लिए तीन ऋण कहे गए हैं – देव ऋण , ऋषि ऋण व पितृ ऋण । इनमें से पितृ ऋण को श्राद्ध करके उतारना आवश्यक है । क्योंकि जिन माता...
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