History-and-mythology

0 Minutes
History-and-mythology

सौ यज्ञों के बराबर जगन्नाथ रथयात्रा का पुण्य

श्री कृष्ण के अवतार जगन्नाथ की रथयात्रा का पुण्य सौ यज्ञों के बराबर माना गया है । पुरी जगन्नाथ मंदिर में रथोत्सव के वक्त इसकी छटा निराली होती है । जहां प्रभु जगन्नाथ...
Read More
0 Minutes
History-and-mythology

मां कामाख्या का मेला

आसाम के गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे नीलांचल पर्वत की चोटी पर कामाख्या देवी का मंदिर स्थित है । आषाढ़ महीने का पहला सप्ताह शुरू होते ही देश के कोने कोने से बड़ी...
Read More
0 Minutes
History-and-mythology

श्री कृष्ण के छह विशेष संदेश

भगवान श्री कृष्ण ने अपने अत्याचारी मामा कंस का विनाश करने के लिए धरती पर अवतार लिया था । उन्होंने भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को आधी रात्रि में मथुरा में...
Read More
0 Minutes
History-and-mythology

गजानन हैं श्री कृष्ण के अवतार

हिंदू धर्म शास्त्रों में श्री गणेश को भगवान श्री कृष्ण का ही अवतार बताया गया है । भगवान गणेश के चरित्र से जुड़े इस पहलू को लेकर धर्म में आस्थावान लोगों के मन में...
Read More
0 Minutes
History-and-mythology

नौ दिन, नौ देवियां और नौ मंत्र

माता दुर्गा के नौ रूपों की साधना करने से भिन्न-भिन्न फल प्राप्त होते हैं । कई साधक अलग-अलग तिथियों को जिस देवी की तिथि है उनकी साधना करते हैं । आइए जाने की हर...
Read More
0 Minutes
History-and-mythology

भगवान गणेश का सिर यहां कटा था !

हिंदू धर्म में भगवान गणेश को ‘प्रथम पूज्य’ देवता माना गया है । कोई भी मांगलिक कार्य , चाहे वह शादी हो या कोई और शुभ काम , गणेश जी की पूजा के बिना...
Read More
0 Minutes
History-and-mythology

जीउत्पुत्रिका व्रत (जीउतिया )

जीउत्पुत्रिका व्रत बड़ी श्रद्धा-भाव के साथ मनाया जाता है । यह व्रत संतान की मंगल कामना के लिए किया जाता है । इस व्रत को माताएं रखती हैं । जीवित्पुत्रिका व्रत निर्जल किया जाता...
Read More
0 Minutes
History-and-mythology

पितरों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का पुनीत पर्व “श्राद्ध”

भारतीय संस्कृति में जन-जन का यह अटूट विश्वास है कि मृत्यु के पश्चात जीवन समाप्त नहीं होता , बल्कि जीवन को एक कड़ी के रूप में माना गया है , जिसमें मृत भी एक...
Read More
0 Minutes
History-and-mythology

यहां है महर्षि वाल्मीकि का आश्रम

बालकांड का संदर्भ लें तो ज्ञात होता है कि वाल्मीकि का आश्रम तमसा नदी के तट पर और गंगा के निकट स्थित था । “सं मुहूर्तंगते तस्मिन देवलोकं मुनिस्तदा जगाम तमसातीरं जाह्नव्यास्त्वविदूरत: ।” इसके...
Read More
0 Minutes
History-and-mythology

पूर्वजों के प्रति श्रद्धा का पर्व है पितृ पक्ष

पितृ यानी हमारे मृत पूर्वजों का तर्पण करवाना हिंदू धर्म की एक बहुत प्राचीन प्रथा व पर्व है । हिंदू धर्म में श्राद्ध पक्ष के 16 दिन निर्धारित किए गए हैं , ताकि आप...
Read More