पटना से 105 किलोमीटर तथा मुजफ्फरपुर से 53 किलोमीटर दूर सीतामढ़ी , पौराणिक आख्यानों में त्रेतायुगीन शहर के रूप में वर्णित है । त्रेता युग में जहां राजा जनक की पुत्री तथा भगवान राम...
गरुड़ पुराण के अनुसार , ब्रह्मा जी ने कहा —-अब मैं हरिवंश का वर्णन करूंगा , जो भगवान कृष्ण के महात्म्य से परिपूर्ण होने के कारण श्रेष्ठतम है । पृथ्वी पर धर्म आदि की...
हिंदू शास्त्रों के अनुसार ब्रह्माजी के मानस पुत्रों में से एक हैं । उन्होंने कठिन तपस्या से ब्रह्मर्षि पद प्राप्त किया था । भगवान विष्णु के अनन्य भक्तों में से एक माने जाते हैं...
मनुष्य के लिए ‘तुलसी’ प्रकृति का एक ऐसा वरदान है , जो अनेक बीमारियों के निवारण में ‘रामबाण’ का काम करता है । तुलसी को धर्म ग्रंथों में विष्णु प्रिया, कृष्ण प्रिया , हरि...
हनुमान चालीसा में 40 चौपाइयां हैं । जो हनुमान जी की स्तुति में गोस्वामी तुलसीदास जी ने रचित किया है । तुलसीदास 16वीं शताब्दी में अवधी बोली के महान कवि थे । उन्होंने हनुमान...
भारत में ऐसे कई मंदिर और देवालय हैं , जहां के चमत्कारों पर सहज यकीन नहीं होता है । ऐसी ही एक अनोखी विशेषता वाला मंदिर उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में स्थित है...
हिंदी पौराणिक ग्रंथों में इस बात का उल्लेख मिलता है कि बन्दर रूप में दिव्य शक्तियां हुआ करती थी । यह बंदर अलौकिक शक्ति के धनी थे रामायण में उल्लेख मिलता है कि किष्किंधा...
एक बार लक्ष्मी जी ने शनिदेव से प्रश्न किया कि हे शनिदेव, मैं अपने प्रभाव से लोगों को धनवान बनाती हूं और आप हैं कि उनका धन छीन कर भिखारी बना देते हैं ।...
पंचमुखी शब्द का अर्थ होता है, पांच मुख वाला । हनुमान जी का पंचमुखी अवतार पांच मुख का है । हनुमान जी शक्ति , ऊर्जा , एकता और ज्ञान के प्रतीक हैं । वाल्मीकि...