सुंदरलाल एक धनी व्यापारी था । उसमें बस एक कमी थी , वह बहुत कामचोर और आलसी था । सुबह देर तक सोना उसे बहुत पसंद था । अपने आलसी स्वभाव के कारण धीरे-धीरे...
भारतीय संस्कृति में जन-जन का यह अटूट विश्वास है कि मृत्यु के पश्चात जीवन समाप्त नहीं होता , बल्कि जीवन को एक कड़ी के रूप में माना गया है , जिसमें मृत भी एक...
बालकांड का संदर्भ लें तो ज्ञात होता है कि वाल्मीकि का आश्रम तमसा नदी के तट पर और गंगा के निकट स्थित था । “सं मुहूर्तंगते तस्मिन देवलोकं मुनिस्तदा जगाम तमसातीरं जाह्नव्यास्त्वविदूरत: ।” इसके...
पितृ यानी हमारे मृत पूर्वजों का तर्पण करवाना हिंदू धर्म की एक बहुत प्राचीन प्रथा व पर्व है । हिंदू धर्म में श्राद्ध पक्ष के 16 दिन निर्धारित किए गए हैं , ताकि आप...
भारतीय संस्कृति में रुद्राक्ष सिर्फ एक मनका नहीं वरन दर्शन है । ऐसा दर्शन जो आस्थावानों को जिंदगी से लड़ने की क्षमता देता है , तो यथार्थवादियों को उसके चिकित्सकीय चमत्कार अचंभित कर जाते...
एक बार गांव में एक बूढ़ा फकीर आया । उसने गांव के बाहर अपना आसन जमाया । वह बड़ा होशियार फकीर था और वह लोगों को बहुत सी अच्छी-अच्छी बातें बतलाता था । थोड़े...
महाभारत युद्ध के 18 दिनों में किस दिन क्या हुआ था । जब महाभारत युद्ध प्रारंभ हुआ था , जो लगातार 18 दिनों तक चला था । यहां हम महाभारत युद्ध के 18 दिनों...